गौतम अदाणी समूह पर रिपोर्ट भारत पर हमला नहीं है। इस रिपोर्ट पर पर्दा डालने वाले भारत पर हमला कर रहे हैं। अगर भारत पर हमला है तो मोदी सरकार के विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री क्या कर रहे हैं, चुप क्यों हैं? यह चुप्पी अदाणी से किनारा करने की नहीं है, इस चुप्पी से पता चलता है कि अदाणी का नाम आते ही सारे मंत्री और खुद प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार पर अपने ही पुराने लेक्चर भूल गए हैं। इसलिए कि ख़बर जहां है वहीं दब जाए, फैले नहीं। राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंस पर एक भी मंत्री ने बयान नहीं दिया, कम से कम मोदी के बचाव में ही सारे मंत्री कूद जाते। अदाणी समूह के बारे में रिपोर्ट आई है, वेदांता समूह के बारे में आई है तो यह भारत पर हमला कैसे हो जाता है? क्या भारत में कारपोरेट के करप्शन की बात अब बंद कर दी जाएगी? आप वाकई यकीन करते हैं कि बड़ी बड़ी कंपनियां कुछ भी नहीं करती हैं। वैसे भी वक्त हाथ से निकल चुका है। कम से कम आप सतर्क तो रह ही सकते हैं।